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अध्याय- 5 खनिज तथा उर्जा संसाधन class 10th important Questions 2021




Social Science Class 10th CBSE important Questions 2021

Samajik Vigyan class 10 important

10th class sst in Hindi important Q & A

 सामाजिक विज्ञान class 10th important Questions 2021




 

कक्षा 10 समाजिक विज्ञान – कक्षा 10वीं के छात्र हमारे इस पेज से समाजिक विज्ञान के नोट्स प्राप्त कर सकते हैं। कक्षा 10 समाजिक विज्ञान के सभी भाग (राजनीति विज्ञान, भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र) के नोट्स इस पेज पर नीचे दिया गया है। अगर आप परीक्षा में पूछे जानें वाले महत्त्वपूर्ण प्रश्न जानना चाहते हैं तो 10वीं सामाजिक विज्ञान के नोट्स डाउनलोड कर सकते हैं। नोट्स की सहायता से आप अपनी परीक्षा की तैयारी और अच्छे से कर सकते हैं। छात्र नोट्स में दिए महत्त्वपूर्ण प्रश्नों को हल कर सकते हैं। प्रश्नों को हल करने के बाद आप अपने उत्तरों की जांच भी आसानी से कर सकते हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर भी नोट्स में दिये गए हैं। कक्षा 10वी के छात्रों को बता दें कि आप नोट्स और महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के साथ – साथ अभ्यास पत्र भी प्राप्त कर सकते हैं। छात्र रोज एक अभ्यास पत्र को हल करने की कोशिश करें। 

कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान के नोट्स, महत्त्वपूर्ण प्रश्न और अभ्यास पत्र

कक्षा 10 में पढा़ई करने वाले छात्रों को बता दें कि आप हमारे पेज से 10वीं सामाजिक विज्ञान के सभी विषयों के नोट्स प्राप्त कर सकते हैं। नोट्स का प्रयोग करके आप सभी विषयों की तैयारी आसानी से कर सकते हैं। नोट्स, महत्त्वपूर्ण प्रश्न और अभ्यास पत्र को हल करने के बाद छात्र सभी विषयों को गहराई से समझ सकते हैं। अगर आप नोट्स में दिए महत्त्वपूर्ण प्रश्न और अभ्यास पत्र को हल करने की तरीके के बारे में जानना चाहते हैं तो इस पेज को नीचे तक पढ़ सकते हैं।

सामाजिक विज्ञान class 10th important Questions 2021




 

अध्याय 5 ( खनिज तथा उर्जा संसाधन )

प्र .1 ” खनिज मानव जीवन के अति अनिवार्य भाग है ” स्पष्ट कीजिए । ( 2011 )

Ans – खनिज हमारे जीवन के अति अनिवार्य भाग हैं। लगभग हर चीज जो हम इस्तेमाल करते हैं – एक छोटी सूई से लेकर एक बड़ी इमारत तक, या फिर एक बड़ा जहाज आदि – सभी खनिजों से बने हैं। रेलवे लाइन और सड़क के पत्थर, हमारे औजार तथा मशीनें – सभी खनिजों से बने हैं।

प्र .2 खनिज शब्द का अर्थ स्पष्ट कीजिए । ( 2015 )

Ans – खनिज एक ऐसा प्राकृतिक अकार्बनिक तत्व है जिसमें एक क्रमबद्ध परमाणविक संरचना, निश्चित रासायनिक संघटन तथा भौतिक गुण धर्म होते है।

प्र .3 भारत मे खनिज विविध रंग कठोरता विविध क्रिस्टल चमक और घनत्व के क्यो पाए जाते है । ( 2016 )
Ans – खनिजों में विविध रंग, कठोरता, विविध क्रिस्टल, चमक और घनत्व पाये जाते हैं क्योंकि इसमें भौतिक और रासायनिक दशाएं होती हैं।




प्र .4 भारत मे खनिज कहाँ पाए जाते है । स्पष्ट कीजिए ।

Ans – भारत में प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यो की सूची
खनिज /  धातु राज्य

कोयला -झारखंड

बॉक्साइट  (अल्युमीनियम अयस्क) – ओडिशा

क्रोमाइट (क्रोमियम अयस्क) –  ओडिशा

कच्चा लोहा – ओडिशा

मैंगनीज – ओडिशा

लीड एंड जिंक –  राजस्थान

कैल्साइट (संगमरमर के स्रोत) – राजस्थान

प्र .5 खनिजों का संरक्षण क्यो आवश्यक है । कारण बताइए । ( 2012 , 2013 )

Ans – हमें खनिजों के संरक्षण की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि उद्योग और कृषि दोनों ही खनिजों पर निर्भर करते है। खनिजों का प्रयोग लाखों वर्षों से होता रहा है। उन खनिजों का बहुत महत्व है जो कार्य योग्य होते है। खनिज निर्माण की भूगर्भिय प्रक्रियाएँ इतनी धीमी है कि उसके वर्तमान उपभोग की दर की तुलना में उनके पुनर्भरण की दर अपरिमित रूप से थोड़ी है। हमारे देश में मूल्वान खनिज पाए जाते है परन्तु कम समय के लिए। खनिज संसाधन सीमित तथा अनवीकरण योग्य है। अयस्क के निरंतर खनन से लागत बढ़ती है क्योंकि उत्खनन की गहराई बढ़ने के साथ-साथ उसकी गुणवत्ता घटती जाती है।

प्र .6 खानिजों के संरक्षण के लिए अपनाए गए प्रमुख उपायों का वर्णन ( 2012 , 2013 )

Ans – लोगों के बीच संसाधनों के परिरक्षण व संरक्षण की जागरूकता उत्पन्न करना आवश्यक है। उनका विकास प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए विभिन्न विधियों, जैसे- वनरोपण, पहाड़ी क्षेत्रों में सीढ़ीदार कृषि, सिंचाई की आधुनिक तकनीकों का उपयोग, खनिजों का सार्थक उपयोग, ऊर्जा के स्थानापन्न स्त्रोतों का उपयोग किया जाना चाहिए।




प्र .7 भारत मे अभ्रक उत्पादन करने वाले तीन प्रमुख राज्यों के नाम बताइए । ( 2013 )

Ans – इस खनिज के उत्पादन में आन्ध्रप्रदेश और राजस्थान प्रमुख राज्य (सर्वाधिक अभ्रक उत्पादक राज्य) है। बिहार की यह पश्चिम में गया जिले से हजारीबाग तथा मुंगेर होती हुई पूरब में भागलपुर जिले तक लगभग ९० मील की लंबाई और १२-१६ मील की चौड़ाई में फैली हुई है। इसका सर्वाधिक उत्पादक क्षेत्र कोडर्मा तथा आसपास के क्षेत्रों में सीमित है

प्र .8 भारत मे खनन को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारको का वर्णन कीजिए । ( 2015 )

Ans – भारत में खनन गतिविधि को प्रभावित करने वाले
कारक:
1 – भौतिक कारक
खनिज निक्षेपों का आकार तथा अयस्क की श्रेणी: यह एक महत्वपूर्ण कारक है क्योंकि खनन के लिए बड़ी मात्रा में महंगे उपकरणों की आवश्यकता होती है। उच्च श्रेणी के अयस्क अधिक मात्रा में धातुओं का उत्पादन करते हैं, इसलिए ये अधिक खनन गतिविधियों को आकर्षित करते हैं।
निक्षेपों की उपलब्धता की अवस्था: यह खनन की विधि के प्रयोग को निर्धारित करता है।




2 – आर्थिक कारक

●स्वर्ण, हीरा, तांबा, यूरेनियम इत्यादि की अत्यधिक माँग के कारण इनका प्राय: उच्च कीमत पर खनन किया जा सकता है तथा इन्हें उच्च लागत पर विक्रय किया जा सकता है।

●प्रौद्योगिकी में परिवर्तनों के कारण खनिज संसाधनों के दोहन के तरीकों में भी परिवर्तन हुआ है। उदाहरण के लिए, सुदूर संवेदन तकनीकों (रिमोट सेंसिंग तकनीकों) की सहायता से, किसी क्षेत्र में खनिज संसाधनों के भंडारों का अनुमान लगाया जा सकता है।
●परिचालन लागत के संदर्भ में, तटीय स्थानों अथवा औद्योगिक स्थलों के निकट स्थित निक्षेपों का दूर – स्थित अंतर्देशीय निक्षेपों की तुलना में अधिक लाभ प्राप्त होता है।

प्र .9 ऊर्जा की आवश्यकता क्यो है । हम उर्जा संसाधन का संरक्षण किस प्रकार कर सकते है ।

Ans – हमारे जीवन में ऊर्जा का महत्त्व लगभग सभी प्रकार के क्रियाकलापों के लिए हम ऊर्जा के किसी न किसी रूप पर निर्भर करते हैं। किसी समुदाय द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली ऊर्जा इसके आर्थिक वृद्धि और विकास की एक सूचक होती है। ऊर्जा के अभाव में हमारा शरीर मूल क्रियाओं जैसे श्वसन, परिसंचरण या पाचन आदि को भी सम्पन्न नहीं कर पाएगा।

प्र .10 भारत मे सौर ऊर्जा , ऊर्जा की समस्या को किस तरह हल कर सकती है । अपने विचार लिखिए । ( 2015 )

Ans – राष्ट्रीय पवन-सौर हाइब्रिड नीति
●वहीं, मई 2018 में राष्ट्रीय पवन-सौर हाइब्रिड नीति जारी की गई। इस नीति का मुख्य उद्देश्य बड़े ग्रिड से जुड़े पवन-सौर फोटो-वोल्टेइक हाइब्रिड प्रणाली को बढ़ावा देने के लिये एक ढाँचा प्रदान करना है।

●इसके द्वारा पवन व सौर संसाधनों से भूमि का कुशल और अधिकतम उपयोग कर अधिक ऊर्जा उत्पादित करने में मदद मिलेगी। इसी क्रम में देश में सौर पार्क स्थापित किये जा रहे हैं।
●गौरतलब है कि पिछले दिनों दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क ‘शक्ति स्थल’ कर्नाटक के पावागढ़ में बनाया गया है। साथ ही देश के 21 राज्यों में कुल 26,694 मेगावाट क्षमता के 47 सौर पार्क स्थापित करने को मंज़ूरी मिली है।




प्र .11 ऊर्जा के परम्परागत और अपरम्परागत स्रोतो मे अन्तर स्पष्ट कीजिए और उदाहरण दीजिए ।

Ans – ए) पारंपरिक ऊर्जा स्रोत: जिन ऊर्जा स्रोतों की भरपाई नहीं की जा सकती है, एक बार इनका उपयोग (उनके शोषण के बाद) को पारंपरिक वातावरण कहा जाता है।

कुछ महत्वपूर्ण पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों की चर्चा नीचे दी गई है:

1. कोयला: कोयला एक प्रमुख पारंपरिक ऊर्जा स्रोत है। इसका निर्माण पेड़ों के अवशेषों से हुआ था और 500 मिलियन साल पहले दलदल में फर्न बढ़ता था। ऐसे पौधे के मलबे (जो पानी या मिट्टी के नीचे दबे रहते हैं) के जीवाणु और रासायनिक अपघटन ने एक मध्यवर्ती उत्पाद तैयार किया जिसे पीट के रूप में जाना जाता है जो मुख्य रूप से सेलूलोज़ (C6H10O5) n है। गर्मी और दबाव से प्रगतिशील अपघटन के कारण, सेलूलोज़ ने नमी H2 और Oz को खो दिया और दिए गए समीकरण के अनुसार कोयले में परिवर्तित हो गया।

2. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैसें: पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन का एक जटिल मिश्रण है, जिसमें ज्यादातर एल्केन्स और साइक्लोअल्केन होते हैं। यह पथरीले तारों के नीचे फंसी पृथ्वी की पपड़ी के नीचे होता है। अपने कच्चे रूप में, चिपचिपा काला तरल पेट्रोलियम और पेट्रोलियम परत के संपर्क में एक गैस के रूप में जाना जाता है जो तेल के कुओं से प्राकृतिक रूप से बहती है जिसे प्राकृतिक गैस कहा जाता है। प्राकृतिक गैस की संरचना में मुख्य रूप से मीथेन, (95.0%), ईथेन की छोटी मात्रा, प्रोपेन और ब्यूटेन (3.6%) और CO2 (0.48%) और N2 (1.92%) के निशान हैं।

(बी) गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोत: ऊपर चर्चा किए गए पारंपरिक ऊर्जा स्रोत संपूर्ण हैं और कुछ मामलों में, ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पौधों की स्थापना अत्यधिक महंगी है। बढ़ी हुई आबादी की ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए, वैज्ञानिकों ने ऊर्जा के वैकल्पिक गैर-पारंपरिक प्राकृतिक संसाधन विकसित किए जो अक्षय होने चाहिए और प्रदूषण मुक्त वातावरण प्रदान करना चाहिए।

कुछ अपरंपरागत, नवीकरणीय और सस्ती ऊर्जा स्रोत नीचे वर्णित हैं:

1. सौर ऊर्जा: सौर ऊर्जा, एक प्राथमिक ऊर्जा स्रोत, गैर-प्रदूषणकारी और अटूट है।

2. पवन ऊर्जा: हवा गति में हवा है। वायु की गति वायुमंडल में संवहन धारा के कारण होती है जो फिर से सौर विकिरण द्वारा पृथ्वी की सतह को गर्म करने, पृथ्वी के घूर्णन आदि के कारण होती है। वायु की गति क्षैतिज और लंबवत दोनों तरह से होती है।

3. ज्वारीय ऊर्जा: महासागर के ज्वार-भाटे से जुड़ी ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जा सकता है। फ्रांस ने 1966 में पहला ज्वारीय ऊर्जा संयंत्र का निर्माण किया। भारत समुद्र के ऊष्मीय ऊर्जा रूपांतरण (ओटीईसी) को ले सकता है और इस प्रक्रिया से यह दूरदराज के समुद्री द्वीपों और तटीय शहरों की बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए 50,000 मेगावाट बिजली पैदा करने में सक्षम होगा। नीदरलैंड पवनचक्कियों के लिए प्रसिद्ध है। भारत में, गुजरात और तमिल नाडु में पवन चक्कियाँ हैं। कन्याकुमारी में सबसे बड़ा पवन फार्म स्थापित किया गया है जो 380 मेगावाट बिजली पैदा करता है।

प्र .12 ” ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है ” इस कथन को तीन तर्क देकर स्पष्ट कीजिए ।

Ans – वर्तमान में भारत विश्व के अल्पतम ऊर्जादक्ष देशों में गिना जाता है। हमें ऊर्जा के सीमित संसाधनों को न्यायसंगत उपयोग के लिए सावधानीपूर्वक उपागम अपनाना होगा।
(i) एक जागरूक नागरिक के रूप में हम यातायात के लिए सार्वजनिक वाहन का उपयोग करके ऊर्जा की बचत कर सकते हैं।
(ii) आख़िरकार ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है।
(iii) विद्युत बचत करने वाले उपकरणों के प्रयोग से बिजली का बचत होती है।
(iv) गैर पारम्परिक ऊर्जा साधनों के प्रयोग से हम अपना योगदान दे सकते हैं।
(v) जब प्रयोग न हो रही हो तो बिजली बंद करके। विद्युत बचाई जा सकती है।




प्र .13 प्राकृतिक गैस को पर्यावरण अनुकल माना जाता है तीन तर्क देकर स्पष्ट कीजिए ।

Ans – प्राकृतिक गैस एक जीवाश्म ईंधन है जो आवासीय भवनों के लिए ताप स्रोत के रूप में प्रयोग किया जाता है और इसके वाणिज्यिक एवं औद्योगिक उपयोग भी हैं। प्राकृतिक गैस में अन्य तत्व होते हैं जिन्हें इसका वाणिज्यिक रूप से उपयोगी बनाने के लिए फ़िल्टर किया जाना चाहिए। ईथेन, प्रोपेन, ब्यूटेन, हीलियम एवं हाइड्रोजन सल्फाइड, सभी को फ़िल्टरिंग प्रक्रिया में हटा दिया जाता है और रिफ़ाइनर इन्हें भी बेच देंगे। कभी प्राकृतिक गैस को तेल

उत्पादन का अनुपयोगी “उपोत्पाद” (बाय प्रोडक्ट) माना गया था। तथापि पिछले कुछ वर्षों में, प्राकृतिक गैस को सबसे साफ जल जीवाश्म ईंधन बनाने वाली तकनीक में पर्याप्त उन्नत हुई है। क्रूड ऑयल (कच्चे तेल) की तुलना में अधिक कुशल एवं अधिक पर्यावरण के अनुकूल माना गया प्राकृतिक गैस सबसे साफ जल जीवाश्म ईंधन है और इसके अभिग्रहण, परिवहन एवं वितरण के तरीकों में लगातार सुधार हो रहा है। प्राकृतिक गैस को तरल प्राकृतिक गैस में रूपांतरित किए बिना भंडारण कठिन है। अधिकांश प्राकृतिक गैस की आपूर्ति सीधे गैस क्षेत्रों से पाइपलाइन के माध्यम से की जाती है।

प्र .14 भारत के प्रमुख सबसे पुराने ऊर्जा संयत्र का नाम बताइए । ( 2014 )

Ans – 7 परमाणु ऊर्जा केंद्रों में से तारापुर सबसे पुराना और सबसे बड़ा है । केवल तारापुर में 2 उबलते पानी के रिएक्टर्स हैं, अन्य सभीं में दबावयुक्त भारी पानी के रिएक्टर्स है ।

प्र . 15 ऊर्जा के किन्ही तीन परम्परागत स्रोतो का वर्णन कीजिए । ( 2012 )

Ans – लकडी, कोयला, तेल, पेट्रोल, डीजल, गैस आदि ऊर्जा के परम्परागत स्रोत हैं, जबकि सूर्य ताप, पवन चक्की, जल-विद्युत, बायोगैस, कचरा, भू-ताप, समुद्री ताप, बायोडीजल आदि इसके गैर-परम्परागत स्रोत हैं ।




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