Class 7 Geography Chapter 2 Inside Our Earth
अध्याय – 2
हमारे पृथ्वी के अंदर
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पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत को पर्पटी कहते है।
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पर्पटी की गहराई महाद्वीपीय संहति में 35 किलोमीटर एवं समुंद्री सतह में केवल 5 किलोमीटर तक है।
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पर्पटी मुख्य रूप से सिलिका एवं एलुमिनिया जैसे खनिजों से बानी है इसलिए इसे ( सि + एल = सियाल ) कहते है।
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महासगार की पर्पटी मुख्यत सिलिका एवं मैग्नीशियम की बानी है। इसलिए इसे सीमे कहते है। सि = सिलिका तथा मै = मैग्नीशियम कहाजाता है।
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पर्पटी के ठीक निचे मेन्टल होता है जो 2900 किलोमीटर की गहराई तक है।
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पृथ्वी की सबसे आंतरिक परत क्रोड कहलाती है।
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क्रोड में निकल तथा फेरस की अधिकता के कारण इसे निफे कहते है।
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क्रोड में ताप एवं दाब काफी उच्च होता है।
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क्रोड की त्रिज्या लगभग 3500 किलोमीटर है।
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पृथ्वी के आयतन का 0.5% पर्पटी , 16% मेन्टल तथा 83% हिस्सा क्रोड का है।
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पृथ्वी की त्रिज्या 6371 किलोमीटर है।
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विश्व की सबसे गहरी खान दक्षिण अफ्रीका में स्थित है जिसकी गहराई 4 किलोमीटर है।
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तेल की खोज में इंजिनियर 6 किलोमीटर की गहराई तक खोद चुके है।
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पृत्वी के केंद्र तक पहुंचने के लिए आप को समुन्दर की सतह से 6000 किलोमीटर की गहराई तक खोदना होगा।
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पृथ्वी की सबसे आंतरिक परत क्रोड है।
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क्रोड की त्रिज्या 3500 किलोमीटर है।
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क्रोड को निफे भी कहते है।
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निए = निकल और फे = फेरस
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केंद्रीय क्रोड का तापमान एवं दाब काफी उच्च है।
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खनिज पदार्थ के किसी भी प्राकृतिक पिंड को शैल कहते है।
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मुख्य रूप से शैल तीन प्रकार के होते है :-
- 1 – आग्नेय ( इग्निस ) शैल
- 2 – अवसादी ( सेडीमेंट्री ) शैल
- 3 – कायांतरित ( मेटामॉरफिक ) शैल
- 1 – आग्नेय ( इग्निस ) शैल
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मेग्मा के ठंडा होकर ठोस होने से आग्नेय शैल का निर्माण होता है।
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आग्नेय शैल को प्राथमिक शैल भी कहते है।
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आग्नेय शैल दो प्रकार की होती है :-
- 1 – अंतर्भेदी शैल
- 2 – बहिर्भेदी शैल
- 1 – अंतर्भेदी शैल
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जब द्रवित लावा पृथ्वी की सतह पर आता है तब तेजी से ठंडा होकर ठोस बन जाता है इसे बहिर्भेदी आग्नेय शैल कहते है।
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बहिर्भेदी आग्नेय शैल की संरचना बहुत महीन दाने वाली होती है। उदाहरण बेसाल्ट
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दकन पठार बेसाल्ट शैलो से बानी है।
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अंतर्भेदी आग्नेय शैल भूपर्पटी के अंदर धीरे धीरे ठंढा होने से बनती है।
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ग्रेनाइट अंतर्भेदी आग्नेय शैल का उदाहरण है।
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घर में मसाले पीसने के लिए जिस पत्थर का उपयोग होता है वह ग्रेनाइट से बने होते है।
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बलुआ पत्थर रेत दानो से बनता है। जो अवसादी चटान का एक उदाहरण है।
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आग्नेय अवसादी शैल उच्च ताप एवं दाब के कारण कायांतरित शैलो में परिवर्तित हो जाता है।
उदाहरण
चिकनी मिट्टी –स्लेट
चुना पत्थर – संगमरमर।
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इगनियस लैटिन शब्द इग्निस जिसका अर्थ है अग्नि सेडीमेंट्री – लैटिन शब्द सेडीमेंटम जिसका अर्थ है स्थिर
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मेटामॉरफिक – ग्रीक शब्द मेटामॉर्फोस जिसका अर्थ है रूप परिवर्तन
लालकिला लाल बलुआ पत्थर से बना है।
35. एक शैल से दूसरे शैल मैं परिवर्तन होने की इस प्रक्रिया को शीलचक्र कहते है।
36. खनिज प्राकृतिक रूप में पाए जाने वाले पदार्थ है जिनका निश्चित भौतिक गुणधर्म एवं निश्चित रासायनिक मिश्रण होता है।